दोस्तों आम तौर पर लोग घर में अपने पास कैस रखना चाहते है या कहे कुछ बद्र को जरूरत के हिसाब से रखना चाहते है पर आज हम जानेगे की घर में कैस रखना का क्या नियम है कितना कैस आप आपके घर में रख सकते है |
दोस्तों घर में पैसे रखने के लिए कुछ नियम है जिनके अनुशार ही आपको घर में पैसे रखने रखने होते है | और अगर आप नियमो का पालन नही करते है तो आप बहुत बड़ी मुसीबत में भी बड सकते है |
घर में पैसे रखने के के नियम
घर में रखने के लिए पैसे की कोई निश्चित सीमा नहीं है, लेकिन ध्यान रखना जरूरी है कि जब तक आपके पास न जाने क्या होगा, तब तक अधिक धन रखना एक अच्छा विकल्प नहीं हो सकता।
भारत में, जो भी धन आपके पास होता है, उसके लिए कुछ सरकारी नियम होते हैं जिनका पालन करना चाहिए। जैसे कि जब आपके पास बैंक में जमा हुए पैसे की राशि 50,000 रुपये से अधिक होती है, तब आपको अपने पैन कार्ड नंबर के साथ एक पैन फॉर्म जमा करना होता है। इस नियम का उद्देश्य यह है कि सरकार अवैध धन लेन-देन के खिलाफ लड़ाई लड़ सके।
अतः, यदि आप अधिक धन घर में रखना चाहते हैं, तो आपको अपने पैसे को सुरक्षित रखने के लिए बैंकों और अन्य संस्थाओं द्वारा प्रदान की जाने वाली विभिन्न सुरक्षा सुविधाओं का उपयोग करना चाहिए।
कितने लाख तक टैक्स फ्री है?
टैक्स फ्री लागत की सीमा देश और व्यक्ति के आय के आधार पर भिन्न-भिन्न होती है। ज्यादातर देशों में इस सीमा का निर्धारण वित्त मंत्रालय या अन्य संबंधित संस्था द्वारा किया जाता है।
भारत में वर्तमान में आयकर विभाग द्वारा निर्धारित टैक्स फ्री लागत की सीमा निम्नलिखित है:
- जो पुरुष हैं वह आय 2.5 लाख रुपये से कम हो तो उनके लिए टैक्स फ्री लागत की सीमा है 2.5 लाख रुपये।
- जो महिला हैं वह आय 2.5 लाख रुपये से कम हो तो उनके लिए टैक्स फ्री लागत की सीमा है 2.5 लाख रुपये।
- जो व्यक्ति 60 वर्ष से अधिक उम्र का हो तो उनके लिए टैक्स फ्री लागत की सीमा है 3 लाख रुपये।
- जो व्यक्ति 80 वर्ष से अधिक उम्र का हो तो उनके लिए टैक्स फ्री लागत की सीमा है 5 लाख रुपये।
कृपया ध्यान दें कि यह सीमाएं समय-समय पर बदलती रहती हैं।